राम रमा है, सब जीवों में,
राम बसा है, सब सृष्टि में,
रामनाम की गूँज है फैली सब लोकों में,
रामनाम का प्रकाश है फैला संसार में फैला,
राम को जिसने अपना माना,
राम के प्रेम से उसका जीवन महका,
रामनाम के ज्ञान बसा है, सब जीवों में I
राम बसा है हर एक कण में,
राम बसा है रोम-रोम में,
रामनाम को, जिसने जाना,
रामनाम ने उसका जन्म संवारा,
राम से बड़ा, राम का नाम है,
राम का जग में, बड़ा नाम है,
राम ही सोता, राम ही जगता,
राम ही हँसता, राम ही रमता,
राम की शक्ति है, सब जीवों में I
रामनाम की महिमा न्यारी,
रामनाम की लीला न्यारी,
राम ही देखे, राम दिखलाए,
राम जगत में आनंदवर्षा बरसाए,
राम का रूप बड़ा ही मनमोहक,
राम का स्वरूप बड़ा ही सुंदर,
रामनाम प्रकाशरूप से,
राम सारे जग में चाँदन फैलाए,
रामनाम को जपकर प्राणी,
भवसागर से पार हो जाए,
रामनाम की कृपा से,
हर रूह प्रकाशित हो जाती,
रामशरण में जो कोई होवे,
उसकी हर विपदा कट जाती,
रामनाम की प्रेरणा से ही,
रामनाम से इंसान अपना भाग्य जगाए,
राम ही देता, सबको अपनी भक्ति,
राम से प्रीती, सब जीवों में I
Thank You.
Comments