जाना है किस ओर, यही अड़चन हमारी है,
हम कहे तो ठीक है, कोई और बोले तो नही ठीक,
रोशनी मन में नही, अँधेरों में चलना भी ठीक,
मुश्किलें कुछ भी नही, मुश्किल हमारी है l
कौन है जिसके लिए हम, दुनियाँ में जीते हैं,
क्या हम अपने लिया, इस दुनियाँ में जीते है,
प्यार अगर पहचाना नही तो, क्या पहचाना दुनियाँ मैं,
अपनापन जान नही तो क्या जाना दुनियाँ में,
सोच के ऊपर ही सब, क्या सोच हमारी है l
हम रुके तो ठीक है, हम आगे बढे तो ठीक,
हम चले तो ठीक है, हम ना चले तो ठीक,
हमें मनचाहा मिल गया तो फिर किस बात का है गम,
दिल में प्यार का फूल खिल गया तो फिर दूर नही मंजिल,
आसमान अपना यहाँ, ये जमींन हमारी है l
Aman
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