ये जीवन क्या है,
कौन इसको समझ पाया है,
सब रहते तो है इस दुनियाँ में,
मगर कौन,
इस दुनियाँ को जान पाया है,
ये जीवन कैसा है,
कौन इसको देख पाया है l
अपने ढंग से,
इस जीवन को,
ये दुनियाँ घुमाती है,
लोग जीना चाहते हैं,
अपनी मर्जी से,
मगर पता नही किस्मत,
किसको कहाँ ले जाती है,
दुनियाँ के कामों में,
जीवन ये उलझा रहता है,
ये जीवन किसका है,
कौन इसको समझ पाया है l
दुनियाँ में कौन खुश है,
दुनियाँ में कौन दुखी है,
जीवन में किसको क्या मिलता है,
जीवन में कौन क्या खोता है,
इस जीवन में किसने क्या किया,
इस जीवन में किसने नही कुछ किया,
इस जीवन में,
किसने जीवन का महत्व समझा है,
क्या है लक्ष्य इस दुनियाँ में आने का,
कौन इसे समझ पाया है l
Thank You.
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