कौन समझ पाया है इस जीवन को
कौन समझ पाया है इस जीवन को, कौ न जान पाया है इस जीवन को, कुछ परेशानी तो खुद आती है, कुछ परेशानी दुनियाँ लाती है, कौन देख पाया है इस जीवन को l मुश्किलों के दौर खत्म कहाँ होते हैं, परेशानियों के दौर खत्म कहाँ होते हैं, कुछ अच्छा होने को होता है, पर अच्छा कहाँ हो पाता है, किसने सुख पाया है इस जीवन में l कुछ मंजिले थी पास में, कुछ मंजिले थी दूर में, कुछ चाहते थी साथ में, कुछ चाहते थी दूर में, किसका सपना पूरा हो पाया इस जीवन में l Aman