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कथनी और करनी में अंतर ना कोई रह जाए

कथनी और करनी में अंतर ना कोई रह जाए,  जिंदगी की राहों में मंजिल ना कहीं खो जाए,  जो देखे वो बोले, जो बोले वो करे, इस मन को पूरा करे, दिल की बात लब पर आए,  दुनियाँ की भाग दौड़ में, जिंदगी जीना ना भूल जाये l खुशी मिलती है कम, गम थौड़े ज्यादा है,  चैन मिलता है कम, बेचैनी कुछ ज्यादा है,  चाहतें पूरी सब होती है कहाँ इस दुनियाँ मैं,  मुश्किलें सारी कहाँ मिटती है इस दुनियाँ में,  किसी के वास्ते कुछ तो यहाँ कर पाए  l चलते रहे आगे बढ़ते रहे, कदम भी कुछ थकते रहे,  कभी रोशनी कभी अंधेरे में, मंजिल की ओर चलते रहे,  खामोश रहकर जीने में भी आता है आनंद बड़ा,  एक दूजे से बात करके , हो जाता है दिल हल्का,  किसी के प्यार की चाहत में, ये मन ना मुरझा जाए  l Aman

आगे बढ़ने की ईच्छा हो

आगे बढ़ने की ईच्छा हो,  फिर कहाँ पहुँच पाना मुश्किल है,  जब साहस मन में भरा हुआ,  फिर क्या मंजिल पाना मुश्किल है  l जब आँखों में कुछ सपने हो,  फिर पूरा करने की ख्वाईश हो,  कुछ काम करे अपनी खातिर,  कुछ काम करे औरों की खातिर,  जब दिल में प्यार भरा हुआ,  फिर क्या ख्वाब सजाना मुश्किल है  l कुछ सोच लिया तो सोच लिया,  कुछ अपने लिए किया तो क्या बुरा किया,  कुछ जीना अपने लिए यहाँ,  कुछ जीना औरों के लिए यहाँ,  किसी के सुख-दुख में शामिल हो जाएँ,  फिर क्या दुनियाँ में रहना मुश्किल है  l Aman

सब ओर तुम्ही हो

सब ओर तुम्ही हो, सबमें तुम्ही हो, सब तुझमें है, चारों ओर तुम्ही हो, तुम देख रहे हो जन जन को,  तुम समझ रहे सब जीवों को,  सबकी आँखों से तुम देखो,  सबकी जुबान से तुम बोलो,  तेरा शोर यहाँ, तेरा शोर वही  l तुमने ये जहान बनाया है,  तुमने जमीन आसमान बनाया है,  कण कण में आप समाये हो,  सब जीवों में आप समाये हो,  तुम मौजूद यहाँ, तुम मौजूद वही  l खुशियाँ तो तेरे दर पर है,  जन्नत तो तेरे घर पर है,  तेरे नाम में है अद्भुत शक्ति,  तेरे ध्यान में है अद्भुत शक्ति,  तुझसे जो प्रीत रहे भगवन,  फिर जीना हो जाए सफल यही  l Aman