Posts

मन तू काहे हुआ उदास

म न तू काहे हुआ उदास, तेरी मंजिल तेरे पास, फिक्र अगर औरों की करता, फिक्र अगर अपनों की करता, फिक्र में जिंदगी तेरी गुजरती,  जो चिंता तेरे साथ है चलती,  फिर कहाँ खुशियाँ तेरे पास  । जीना है तो ऐसे जीयो,  किसी के लिए कुछ करके जीओ,  किसी के जीवन में खुशी भर सको तुम,  किसी के दिल में बस सको तुम,  फिर काहे को उदास  ।  आज तेरा है फिर क्यूँ फिक्र है,  सब पास है तेरे फिर क्यूँ लालच है,  छोड़ दे तू झूठी उम्मीदें,  तोड़ दे  तू खुद की जंजीरें,  तू सीख ले हँसना आज  ।  Aman

किसको समझाएं यहाँ

किसको समझाएं यहाँ,  सब अपनी धुन में चूर यहाँ,  जिंदगी खामोश है,  किस्मत बनती बिगड़ती यहाँ,  कुछ सोचकर चलते हैं,  कुछ समझकर आगे बढ़ते हैं,  लेकिन जो होना है,  वह तो होकर रहता यहाँ  ।  कुछ चिंता की लकीरें,  माथे पर दिखती है,  कुछ चाहत तो दिल में है,  पर चाहत पूरी कब होतीं है,  जब तक मुश्किल जीवन से,  नही बाहर निकल जाती है,  जीने का मजा किसको आता है यहाँ  ।  जो होता है वह हो जाए,  जो मिलना है वह मिल जाए,  चाहे दुख मिले, चाहे सुख मिले,  जिंदगी तो चलती जाए,  एक दिल तो सब छूटेगा,  काहे परेशान फिरता है यहाँ  ।  Aman

दुखी होने से क्या हासिल होगा

दुखी होने से क्या हासिल होगा,  दुखी रहने से क्या सुकून मिलेगा,  जब तक जीयो, जी भर के जीयो,  जब तक जीयो, खुश रहकर जीयो,  खुश रहने से जीवन खुशहाल है होता  ।  तकदीर तो सबकी अपनी है,  किसी की अच्छी, खराब किसी की,  औरों में जो खुशियाँ बांटें,  जिंदगी उसकी बेहतर होती,  जो सोचे वह अच्छा ही तो,  जैसी सोच हो वैसा जीवन होता  ।  भावनाओं का खेल है जीवन,  बिना भावनाओं के, क्या इंसान होता,  जो कोई समझे, एक दूजे को,  फिर तो जीवन सुंदर होता ,  आगे बढ़ना काम हमारा,  रुकना जीवन का काम ना होता  ।  प्यार बांटते जाओ सबमें,  खुश माहौल बनाते जाओ जग में,  यादों की इस दुनियाँ में,  दिल को ना तरसाओ जग में,  हर किसी की अलग है जिंदगी,  चाहे अपना कोई या पराया होता  ।  Aman