तब दुनियाँ बनती जाती है,
जब जीवन चलता जाता है,
तब खुशियाँ मिलती जाती है,
कुछ जीने की चाहत होती,
कुछ कहने की ख्वाईश होती,
कुछ सुनने की चाहत होती,
जब जीवन चलता जाता है,
तो किस्मत बनती जाती है l
हे ईश्वर, तू ही मेरा, तू ही तो है सबका, तेरा सबसे है रिश्ता, तेरा जग से है रिश्ता, हे गोविंद, तू ही मेरा, तू ही तो है, सबका l तेरा तो ...
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