ये सफर जिंदगी का तुम्हारे लिए है,
अब राह में फूल आए
या पत्थर तो फिकर क्या,
तुम जो हमारी मंजिल बने हो,
अब राह में काँटे भी आए तो फिकर क्या l
माना तुम तो दूर हो हमसे,
और पता नही है कहा पे हो,
थोड़ी सी झलक पर याद आती है,
जैसे तुम तो पास ही हो,
तुम से रिश्ता जन्म जन्म का,
तुम अपने बन जाओ
तो फिर चाहे कुछ मिले या ना l
अपनी किस्मत तुम से बनी है,
तुमको शायद पता हो ना,
अपना जीवन तुमसे मिला है,
तुमको शायद पता हो ना,
तुम ही हमारे बन जाओ,
हे ईश्वर तुम सबके हो ना l
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