जीवन क्या है, बहता दरिया, जीवन क्या है, मौज का दरिया, जो जीया ना, वो पछताया, जो हँसा ना, उसने क्या पाया, जीवन यूँ तो समझ ना आया, जीवन पर है बहुत बढ़िया l खामोशी से जो जीते हैं, जीवन का आनंद, जो लेते है, छोड़ जहान के गम की बातें, अपनी खुशी में जो रहते हैं, मिलती मुश्किल से, चंद खुशी की घड़ियाँ l कर लेते हैं, हसरतें भी पूरी, मिट जाती है, सारी दूरी, मन भी कुछ नजदीक है आते, दिल भी कुछ नजदीक है आते, कितनी गुजर गई थी यहाँ सदियाँ l जो ना जीया, इस दुनियाँ में, उसने क्या पाया, इस दुनियाँ से, जिसके मन में, हरदम संसय, उसके जीवन में, रहती मुश्किलें, मस्त बनकर जो रहता है, सारे जहान को जो अपना कहता है, वो ही खुश रह पाता है जहान में, चल पड़े हैं कदम जो आगे, दूर नही है फिर तो खुशियाँ l किस्मत तभी खुल जाती हैं, जब इंसान करे खुद पे भरोसा, कुछ करने की हिम्मत बढ़ जाती है, मिल जाता है, कुछ पाने का मौका, जो सोचे, वह करके दिखा दे, स...