Monday, December 25, 2023

हे पारबृहम पर्मेश्वर्, जगदीश्वर् राम हरे

हे पारबृहम पर्मेश्वर्, 
जगदीश्वर् राम हरे, 
हे सब लोकों के स्वामी, 
सर्वेश्वर राम हरे, 
तुम ही तो सबमें बसे हो, 
तुम ही तो जग में बसे, 
कण कण तुम्ही बसे हो, 
जीवन में तुम्ही बसे हो, 
हे विश्व विधाता मालिक, 
पर्मेश्वर् राम हरे  l

हम तो है शरण तुम्हारी, 
हे सब सृष्टि के पालक, 
सबको जन्म देनेवाले, 
सब जीव हैं तेरे बालक, 
तुम सबको हँसानेवाले, 
तुम सबमें हँसनेवाले, 
शरणागत के रक्षक, 
देवेश्वर् राम हरे l

हे अंतर्यामी भगवन, 
हे सुख के स्वामी भगवन, 
कर्ता करवाने वाले, 
सबकी किस्मत के मालिक, 
देख रहे तुम सबको, 
पहचान रहे तुम सबको, 
हे जगत के पालनहारे, 
मुक्ति दाता राम हरे  l

जो तुझको अपना माने, 
उनके तुम बन जाते, 
जो कोई तुझको चाहे, 
उनकी चाहत तुम बन जाते, 
हे मन में बसनेवाले, 
हे रूह में बसनेवाले, 
तुम ही कृपा के सागर, 
हे आनंदधाम हरे l


Thank you. 

Sunday, December 24, 2023

जब जिंदगी खुशियाँ चाहे

जब जिंदगी खुशियाँ चाहे, 
फिर मुश्किल सब हट जाए, 
जब मन में उमंग जग जाए, 
फिर मंजिल भी नजर आ जाए, 
जब आँखों में चमक हो, 
फिर बातों में असर हो, 
जब कदमों में मजबूती, 
जब मन में हो मजबूती, 
फिर कुछ भी हासिल हो जाए  l

जब चल पड़े कदम तो, 
फिर दूरी कहाँ रह जाती है, 
जब सोच लिया है करना, 
फिर मजबूरी कहाँ रह जाती है, 
चाहतों से ही तो,
जिंदगी संवर जाती है, 
जीने की कला जो सीखी, 
फिर जिंदगी बदल जाती है, 
जो आज से है नाता, 
फिर कैसे ना किस्मत जग जाए  l

किसी का दिल दुखाकर, 
सुकून कहाँ मिलता है, 
किसी को अपना समझकर, 
चैन बहुत मिलता है, 
अपनापन जो बढ़ाएं, 
दिलों की दूरी भी मिट जाती, 
जो हो सोच में नयापन, 
फिर मगरूरी भी हट जाती, 
आजाद ख्यालों से, 
जीने का मजा आ जाए  l

कुछ याद करते जाएँ, 
कुछ भूलते भी जाएँ, 
है आज की जिंदगानी, 
आज को जीते जाएँ, 
कुछ मंजिलें करीब है, 
कुछ मंजिलें दूर है, 
जो आगे बढ़ना जानते हैं, 
उनसे नही कुछ दूर है, 
जब हो दिल जोड़ने वाली बातें, 
जीवन में फिर प्यार के बादल छाए  l


Thank you. 

चाहोगे तो, जरूर कुछ मिलेगा

चाहोगे तो, जरूर कुछ मिलेगा, 
सोचोगे तो, जरूर कुछ मिलेगा, 
किसी काम की शुरुआत करने से, 
मंजिल की नींव पड़ जाती है, 
आगे बढ़ते रहने से, 
जिंदगी सफल हो जाती है, 
देखोगे तो, जहान भी बदलेगा  l

हर तरफ कुछ ना कुछ उन्नति है, 
हर तरफ कुछ ना कुछ प्रगति है, 
हर तरफ जमीन कुछ नई सी है, 
हर तरफ आसमान कुछ नया सा है, 
यहाँ किस्मत भी बदलती है, 
यहाँ तकदीर भी संवरती है, 
चलोगे तो, रास्ता भी मिलेगा  l

सब आपकी खातिर है इस जहान में, 
फूल आपकी खातिर है गुलिस्तान में, 
नजारे आपका मन बहलाने के लिए, 
कुदरत आपको खुश रखने के लिए, 
रुकोगे तो आराम भी मिलेगा  l

कोई कहीं भी जाएं मगर, 
लौट के घर को आते हैं, 
कोई ठिकाना पक्का यहाँ पर, 
जिसे प्यार से सजाते हैं, 
घर कहते हैं जिसको, 
वह प्यार से ही बनता हैं, 
अपनापन जहाँ पैदा होता, 
रिश्ता दिल का दिल से जुड़ता है, 
चाहोगे जिसे दिलोजान से, 
वह कभी ना कभी तो मिलेगा  l

अधूरे प्रयासों से कभी, 
कामयाबी पूरी नही मिलती है, 
छोटी सोच रखने से, 
दोस्ती कहाँ निभती है, 
दिल खोलकर बात करें तो, 
अपनत्व मिल जाता है, 
अच्छी सोच रखने पर, 
ये जीवन निखर जाता है, 
जो मन में हो, वही जुबाँ पर, 
फिर तो जीवन भी बदलेगा  l


Thank you. 

मुझे किसी से कुछ भी गिला नही

मुझे किसी से कुछ भी गिला नही,  मुझे खुद से बहुत है शिकायतें,  मुझे जिंदगी से कुछ भी गिला नही,  मुझे नाकामियों से है शिकायतें,  जो मिल गया, व...