Monday, October 31, 2022

I walk towards aim

मैं चलता रहा मंजिलों की तरफ, 
मैं सुनता रहा कदमों की धमक,
कभी इस गली, कभी उस गली, 
कभी इस गाँव कभी उस गाँव, 
कभी इस शहर कभी उस शहर, 
मैं चलता रहा सपनो की तरफ  । 

कभी कारवाँ के संग चला, 
कभी अकेले मैं चलता ही गया, 
कभी थक गया, कभी रूक गया, 
कभी मैं चला चलता ही गया, 
कभी बेफिक्री में मैं रहा, 
मैं चलता रहा खुशियों की तरफ । 

कभी चेहरे पे खुशी छाई , 
कभी होठों पे हँसी आई, 
कभी याद कोई आता गया, 
कभी गम दिल को बहलाता गया, 
मैं चलता रहा सागर की तरफ़  । 

Aman


Sunday, October 30, 2022

Very difficult to get Life again

बार-बार नही मिलता जीवन,
हरदम ऐसा नही मिलता जीवन,
कुछ पल यादोँ के मिलते हैं, 
कुछ  पल खुशियों के मिलते हैं, 
हरदम खुशियाँ का नही मिलता जीवन  । 

जो है हम इस दुनियाँ में तो, 
आओ कुछ दिल की बात करें, 
आज हमारा इस दुनियाँ में तो, 
क्यूँ ना यहाँ मुलाकात करें, 
मिलना जुलना चलता रहता, 
फिर मिले ना जीवन के ये पल  । 

खुशियों भरे पल भी बीते, 
ना जाने कब चलना हो जावे, 
ना जाने कब दुनियाँ छोड़नी पड़ जाए, 
जब दुनियाँ में हैं तो कुछ जी लेवें, 
एक दूजे का जो मिले सहारा, 
आसान बने जीवन का सफर  । 

Aman



Saturday, October 29, 2022

Who understand the Life

कौन समझ पाया जीवन को, 
लगता है सब वक्त की कठपुतली है, 
कौन यहाँ मर्जी का मालिक, 
लगता है जिंदगी जैसे उलझी है, 
सबकी किस्मत अलग यहाँ पर, 
वक्त के हाथो में खेलते रहते हैं, 
आज यहाँ तो कल है कहाँ पर, 
जिंदगी जैसे धुंधली है  । 

समय को कौन बदल पाता है, 
किस्मत को कौन बदल पाता है, 
खुद को कौन बदलता है यहाँ, 
दुनियाँ को कौन बदल पाता है, 
चारों तरफ नजारे है पर, 
किसकी आँखें देखती है  । 

हर कोई कहता है मे ये कर दूँगा, 
पर क्या कोई कुछ कर पाता है, 
जिसने वक्त की कीमत समझी, 
वही यहाँ कुछ कर पाता है, 
सोच अलग रखते हैं लेकिन, 
मुश्किलें दूर हो पाती हैं  । 

Aman



हे ईश्वर, तू ही मेरा

हे ईश्वर, तू ही मेरा,  तू ही तो है सबका,  तेरा सबसे है रिश्ता,  तेरा जग से है रिश्ता,  हे गोविंद, तू ही मेरा,  तू ही तो है, सबका  l तेरा तो ...