वो पल बहुत खूबसूरत थे जब माँ तू मेरे साथ थी,
बचपन के दिन बड़े सुहाने थे जब माँ तू मेरे पास थी,
तूने उंगली पकड़ के चलना सिखाया,
तूने दुनियाँ में मुझको जीना सिखाया,
तूने मुश्किलों से लड़ना सिखाया,
तुझसे दुनियाँ मेंअपनापन पाया,
बचपन के दिन बड़े सुहाने थे जब माँ तू मेरे पास थी,
तूने उंगली पकड़ के चलना सिखाया,
तूने दुनियाँ में मुझको जीना सिखाया,
तूने मुश्किलों से लड़ना सिखाया,
तुझसे दुनियाँ मेंअपनापन पाया,
अकेला नही था दुनियाँ में माँ जब तू मेरे साथ थी l
मेरे लिये तो ऐ माँ तू औरों से भी लड़ जाती थी,
तेरे चेहरे की हँसी मुझको बहुत ही भाती थी,
वो तेरा गुनगुनाना मुझको अच्छा लगता था,
वो तेरा गीत गाना मुझको प्यारा लगता था,
मुश्किल मेरे पास ना थी जब माँ तू मेरे साथ थी l
तेरा प्यार भी अच्छा लगता था,
तेरी डांट भी अच्छी लगती थी,
तू जो कहती थी मुझको,
वो बात भी अच्छी लगती थी,
तेरे हाथों की रोटी मुझे सबसे बढ़िया लगती थी,
परेशानी नही आती थी मुझपे माँ जब तू मेरे साथ थी l
Aman
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