Thursday, January 5, 2023

निर्मल निर्मल ये मन

निर्मल निर्मल ये मन, 
निर्मल निर्मल जीवन, 
उज्जवल उज्जवल ये मन, 
उज्जवल उज्जवल जीवन  । 

जैसा खावे अन्न, वैसा होवे मन , 
जैसा होवे मन, वैसा होवे तन, 
साँसें भरती नई ऊर्जा, 
साँसे देती नवजीवन  । 

ईश्वर तो कृपा सबपे करते है, 
पर कौन शुक्रगुजार है, 
शरणागत के रक्षक भगवान,
पर कौन ईश्वर शरण में है, 
परमात्मा सब जहान के मालिक, 
वही तो करते सबका पालन  । 

योग तो रूह और ईश्वर से मिलना, 
याद प्रभु को कर लेना, 
अज्ञान मिट जाए इस मन का, 
ज्ञान अर्जित कर लेना, 
दिल में प्यार भरा हो, 
तो खुशियों भरा ये जीवन  । 

Aman


हमारे कर्म ही हमारी पहचान है

हमारे कर्म ही हमारी पहचान है, 
हमारे कर्मों से ही जीवन उत्थान है, 
जिंदगी कुछ इस तरह से चलती है,
कुछ गम तो, कुछ खुशियाँ मिलती है,
जिंदगी वो खुशनसीब है, 
जिसके चेहरे पर मुस्कान है  ।

मन सही है तो जीवन में शुकून है, 
दिल सही है तो जीवन मे खुशी भरपूर है, 
नजर सही है तो नजरिया ठीक है, 
तन मन स्वस्थ तो जीने की चाह भरपूर है, 
जिंदगी वो हसीन है जिसके दिल में प्यार है  । 

जो सोचते हैं औरों के लिए अच्छा बहुत, 
जिनके दिल में है औरों के लिए अपनापन बहुत, 
जो करते है औरों पे ऐतबार बहुत, 
जो करते हैं खुद पे विश्वास बहुत, 
जो रब का शुक्र बहुत मनाते हैं, 
वो इंसान खुशनसीब है जिनपे ईश्वर का हाथ है  । 

Aman

मेरा मन निखर जाए

मेरा मन निखर जाए, 
मेरे विकार हट जाए, 
मेरे दिल में जो प्यार घना हो, 
तो जीवन सँवर जाए  । 

जो सोचूँ मैं अच्छा अच्छा, 
जो सोचूँ मैं सच्चा सच्चा, 
जो चाहूँ मैं सबका भला तो, 
ये दुनियाँ सँवर जाए  । 

एक ईश्वर से है सबका नाता, 
सबके जीवन में वो ही खुशियाँ भरे, 
सबके भले की खातिर दुआ है करता, 
सब पर वो तो करुणा करता, 
वो ही सबके दुख हरता है, 
उसी की सबपे कृपा हो जाए  । 

Aman





मुझे किसी से कुछ भी गिला नही

मुझे किसी से कुछ भी गिला नही,  मुझे खुद से बहुत है शिकायतें,  मुझे जिंदगी से कुछ भी गिला नही,  मुझे नाकामियों से है शिकायतें,  जो मिल गया, व...