Thursday, January 5, 2023

हमारे कर्म ही हमारी पहचान है

हमारे कर्म ही हमारी पहचान है, 
हमारे कर्मों से ही जीवन उत्थान है, 
जिंदगी कुछ इस तरह से चलती है,
कुछ गम तो, कुछ खुशियाँ मिलती है,
जिंदगी वो खुशनसीब है, 
जिसके चेहरे पर मुस्कान है  ।

मन सही है तो जीवन में शुकून है, 
दिल सही है तो जीवन मे खुशी भरपूर है, 
नजर सही है तो नजरिया ठीक है, 
तन मन स्वस्थ तो जीने की चाह भरपूर है, 
जिंदगी वो हसीन है जिसके दिल में प्यार है  । 

जो सोचते हैं औरों के लिए अच्छा बहुत, 
जिनके दिल में है औरों के लिए अपनापन बहुत, 
जो करते है औरों पे ऐतबार बहुत, 
जो करते हैं खुद पे विश्वास बहुत, 
जो रब का शुक्र बहुत मनाते हैं, 
वो इंसान खुशनसीब है जिनपे ईश्वर का हाथ है  । 

Aman

No comments:

हे ईश्वर, तू ही मेरा

हे ईश्वर, तू ही मेरा,  तू ही तो है सबका,  तेरा सबसे है रिश्ता,  तेरा जग से है रिश्ता,  हे गोविंद, तू ही मेरा,  तू ही तो है, सबका  l तेरा तो ...