Skip to main content

Posts

रोज रोज की वही जिंदगी

रोज रोज की वही जिंदगी,  लगता है हर पल नई जिंदगी,  कुछ प्यार भरी, कुछ चाह भरी,  लगता है  कुछ मदभरी जिंदगी,  जिसे अपना समझा, वही अपना,  वरना ये अजनबी जिंदगी l ये भीड़ भाड़ की जिंदगी,  ये भाग दौड़ की जिंदगी,  कुछ हँसी खुशी की जिंदगी,  कुछ मुश्किल सी ये जिंदगी l कुछ बेचैन सी ये  जिंदगी,  कुछ सकून भरी ये जिंदगी,  चलती ही जा रही है,  नाराज सी ये जिंदगी l कभी ये घबराए, कभी ये मुस्काए,  कभी ये इतराए, कभी ये इट्ठलाये,  कुछ तृप्त सी ये जिंदगी,  कुछ प्यास सी ये जिंदगी l कभी अच्छी भी लगती है,  कभी बुरी भी लगती है,  कुछ थकी हुई सी जिंदगी,  कुछ आराम सी ये जिंदगी,  कुछ आम सी ये जिंदगी,  कुछ खास सी ये जिंदगी  l

सोचने का नजरिया बदले

सोचने का नजरिया बदले,  देखने का नजरिया बदले,  मन को साफ करने की आदत,  दिल को साफ करने की आदत,  कुछ जीने का तरीका बदले  l चाहतें मन में है तो कुछ बुरा नही,  प्यार मन में है तो कुछ बुरा नही,  कुछ सपनों में रंग भरें,  कुछ जीवन में खुशियाँ भरे, दुनियाँ में रहने का तरीका बदले l जिन्हें प्यार है जिंदगी से,  वो ही खुशहाल है,  जिनकी नीयत अच्छी है,  वही मालामाल है,  जिनके हर कदम में एक जुनून है,  जिनके मन में पाने का जज्बा,  जिनके काम में नयापन है,  मंजिल की तरफ वही आगे को बढ़ते  l

सारे खिलौने उसने बनाए

सारे खिलौने उसने बनाए,  सारे खेल है उसने रचाए,  नचा रहा वह सब को ऐसे,  जैसे कठपुतली को नाच नचाए,  सारी दुनियाँ चलती फिरती,  कोई ईधर् चला, कोई उधर चला,  ऐसा जीवन उसने बनाया,  कोई इसमें चैन ना पाए  l बिना मकसद का जीना यहाँ है,  जो मकसद है वह मिल नही पाए,  इसको ही किस्मत कहते हैं,  कोई खोये, कोई पाए,  सब एक दूजे को जानते हैं,  फिर भी कोई जान ना पाए,  अजनबी की तरह रहे सब,  उसकी लीला कोई समझ ना पाए  l वो देखे सब वो जाने सब,  उसकी नजरों से कोई बच नही पाता,  वो ही करता वो ही करवाता,  वो ही सबका दिल बहलाता,  वो ही देखे, वो ही दिखाए,  वो ही सबको सही राह दिखाए  l

ऊपर बैठा तू सब कुछ देखे

  ऊपर बैठा तू सब कुछ देखे,  खेल खेलता तु इस दुनियाँ में,  सबको नाच नचाता फिरता,  तु ही लिखता किस्मत सबकी,  तू जाने सब, सबको पहचाने,  तू ही देता हिम्मत सबको  l तू ही तो संसार चलाता,  तू ही तो खुशियाँ बरसाता,  तेरा वास है हर दिल हर घर में,  नाम तेरा है सारी दुनियाँ में,  तू ही तो है मंजिल सबकी,  तू ही फैला है सारे जग में  l सब तेरे हैं, सब में तू है,  हर जगह पर तू ही तू है,  धरती गगन में तेरा नूर है फैला,  सब जीवों में तू भरपूर है फैला,  हर कोई चाह तेरी रखता है जग ये l

किसने क्या कहा था

किसने क्या कहा था, कौन क्या कह रहा है,  कौन क्या कहेगा, छोड़ो इन बातों को,  यह देखो कि तुम क्या कह रहे हो,  तुम क्या सोच रहे हो,  तुम क्या महसूस कर रहे हो,  किसी से भी आप महत्वपूर्ण हो,  आप इस दुनियाँ में मौजूद हो,  आप चीजों को समझते हो,  देखते हो और  विश्लेषण करते हो,  छोड़ो कौन क्या सोच रहा हो l जो दुनियाँ में नही है, जो समझा नही सकते,  उनकी बातों पर कितना विश्वास करोगे,  किसने किस हालात में क्या बात कही होगी,  यह आप नही जानते, आज महत्वपूर्ण है,  आज का समय महत्वपूर्ण है,  आज को जीना आवश्यक है,  आज में खुश रहना आवश्यक है,  बेवजह की बातों में पड़ने से अच्छा,  अपने काम पर ध्यान दिया जाए,  देखो जीवन का अमूल्य क्षण  कम होता जा रहा है  l मंजिल दूर भी है तो क्या हुआ,  हमें तो चलना है,  मुश्किलें जीवन में है तो क्या हुआ,  हमें तो आगे बढ़ना है,  किस्मत हमारी बदलने कोई आयेगा नही,  हमें तो अपनी किस्मत को खुद ही बदलना है,  चिंता करने से कष्ट कोई दूर होता नही है,  देखो जीवन का सुनहरा पल,  वो चला जा रहा है  l

मैं कौन हूँ

मैं कौन हूँ,  दुनियाँ का बेहद मुश्किल सवाल,  लेकिन खोजना भी जरूरी,  स्वयं को जानने के लिए,  खुद को समझने के लिए,  मैं मन तो नही, जो सोचता है,  मैं दिल तो नही, जो धड़कता है,  जो महसूस करता है,  मैं आँख तो नही जो देखती है,  मैं जीभ तो नही जो चखती है,  मैं हवा तो नही श्वासों में आती जाती है,  मैं पैर तो नही जो चलते हैं,  मैं हाथ तो नही जो सब काम करते हैं,  मैं जुबाँन तो नही जो बोलती है,  मैं शरीर तो नही,  जिसे मैंने धारण किया हुआ है,  जिसका नाश हो जाना है,  फिर मैं कौन हूँ,  मैं कहाँ हूँ इस शरीर में,  मैं वह हूँ जो बोलता हूँ,  मैं वह हूँ जो देखता हूँ,  मैं वह हूँ जो सुनता है,  मैं वह हूँ जो जानता हूँ,  मैं वह हूँ जो महसूस करता हूँ,  मैं वह हूँ जो जो सब करता हूँ,  मैं वह हूँ जो साँस लेता हूँ,  मैं धड़कन में आवाज,  मैं आँखों में प्रकाश,  मैं मन में विश्वास,  मैं बेहद सूक्ष्म,  मैं अनंत का भाग,  मैं असीम का भाग,  मैं अखंड का भाग,  मैं उसका भाग,  मैं अपरंपार का हिस्सा,  मुझे मिलना है उस अनंत से,  मैं शब्द मिलना है उस शब्द से,  मैं प्रकाश मिलना है उस प्रकाश से,  मैं हूँ वह जो है वह,  मुझे मिलन

जब जीवन को पहचान लिया

जब जीवन को पहचान लिया,  जब खुद को जान लिया,  जब मन में जो भी ठान लिया,  जब लक्ष्य को पहचान लिया,  फिर तो हँसना आ गया,  लगता है जीना आ गया  l माना मुश्किल है जीवन के रास्ते,  माना उलझन भरे है दुनियाँ के रास्ते,  माना मंजिल है दूर तेरी,  माना किस्मत अभी नही चमकी तेरी,  पर ख्वाब देखना क्यूँ छोड़ें,  पर आगे बढ़ना क्यूँ छोड़ें,  मन में है विश्वास भरा तो, ख्वाब पूरे करना आ गया  l है कुछ भी नही आसान यहाँ,  फिर भी सब है आसान यहाँ,  दुख और सुख से भरा ये जीवन,  गम और खुशी से भरा ये जीवन,  शुरुआत करी तो क्या पाना मुश्किल,  चाह करी तो क्या मिलना मुश्किल,  जो सोच लिया वह कर के दिखा दे,  रंग सपनों में भरना आ गया  l

काहे की फिक्र करें हम

  काहे की फिक्र करें हम,  जो होना है वह होता ही है,  जो मिलना है मिल जाता है,  जो खोना , वह खोता ही है,  कितनी जग में कमाई करें,  सब इस जग में लग जाता है,  कितना बाहर घूमते रहे,  आखिर तो घर को आना ही है  l कौन यहाँ पर अपना दिखता है,  सब चेहरे पहचाने लगते हैं,  कोई याद तो रह जाता है,  कोई दूर हो जाता है,  इस जीवन का काम है चलना,  कभी सुख आना कभी जाना ही है l कभी तो मंजिल पास है आती,  कभी दूर हो जाती है,  कभी खुशियाँ पल में मिल जाती,  कभी दूर हो जाती है,  दुख सुख का संगम है जीवन,  फिर काहे को घबराना है  l

कुछ भी याद रहे ना रहे

  कुछ भी याद रहे ना रहे,  अपनी साँसों को याद रखते रहिए,  कुछ भी ध्यान रहे ना रहे,  अपनी साँसों पर ध्यान रखिये,  साँस ही तो जीवन शक्ति है,  साँस ही तो है जो मुक्ति की युक्ति है,  तन मन को स्वस्थ रखना है तो,  शुद्ध हवा का सेवन करिए  l जिसने खुद को पहचाना है,  उसके लिए क्या मुश्किल पाना है,  जिसने अपने मन को जाना है,  जिसने अपने तन को समझा है,  जिसने अपनी कमजोरी जान ली,  जिसने अपनी ताकत पहचान ली,  उसने इस जीवन को संभाला है,  जीवन को लम्बा जीना है तो,  लम्बे साँस लेते रहिए  l छोटी छोटी बातें ही जीवन को बदल देती है,  छोटी छोटी खुशियाँ ही जीवन में आनंद भर देती है,  बेवजह की बातों से दूर जो होते जायेंगें,  जीवन को जो आसान बनाए,  उन रास्तों पे चलते जायेंगें,  खुशहाल ये जीवन करना है तो,  तन मन में उर्जा भरते रहिए  l

श्वासों को बदलते रहिए, और जीवन बदलते रहिए

श्वासों को बदलते रहिए,  और जीवन बदलते रहिए,  कभी छोटा श्वास, कभी लंबा श्वास,  शूद्ध वायु सेवन करते रहिए,  और जीवन में स्वस्थ रहिए  l शरीर तो एक मोटर गाड़ी,  जो पंचतत्वों से बनी हुई,  अन्न जल  ईंधन इसमें डालते है,  मन रूपी बैटरी इसमें लगी हुई, श्वासों से चार्ज होती रही,  जिंदगी की गाड़ी चलती श्वासों के कारण,  इन श्वासों को अपना कहिए  l तन में बैठा आत्मा राजा,  जो बोलता है, देखता है, सुनता है,  खाता है, पीता है, रोता है, हँसता है,  इस जिंदगी का आनंद लेता है,  तन मन की स्वस्थता के लिए,  सही खान पान जरूरी है,  जिंदगी जीने के लिए,  श्वासों का चलना जरूरी है  l मिट जाए कष्ट तन मन के,  जो श्वासों पर नियंत्रण हो,  आती जाती शक्ति श्वासों के जरिये,  जीवन शक्ति श्वास हमारे,  श्वासों पर मन केंद्रित करिए  l जो श्वास श्वास नाम सुमिरन किया रब का,  जन्म सफल ये हो जाए,  छूट जाए कष्ट तन मन के,  खुशियो से जीवन भर जाए,  श्वास अगर नही खाली जाए,  फिर तो किस्मत बदल जाए,  लम्बी लम्बी श्वासें लेकर,  खुशियाँ जीवन में भरते रहिए  l

आप अपनी बात कहते रहिए

आप अपनी बात कहते रहिए,  दुनियाँ क्या कहती है, मत फिक्र करिए,  औरों की बातों के कारण,  जिंदगी ये प्रभावित ना हो,  ये जिंदगी तो आपकी जिंदगी,  जो सही लगे, वह करते रहिए  l अपनी बात कहनी भी जरूरी है, औरों की बात सुननी भी जरूरी है,  जिस बात में कोई भला ना हो,  उसे भूल जाना जरूरी है,  आपकी ये है अपनी जिंदगी,  इस जिंदगी का आनंद लेते रहिए  l जो जिंदगी को बेहतर बनाए,  वो ही काम करने है,  जो जिंदगी को आसान बनाए,  वो ही काम जरूरी है,  जिंदगी खुशिया से भर आए,  काम वही करते रहिए  l

सब ओर तेरी ही चर्चा है

सब ओर तेरी ही चर्चा है,  सब ओर तेरी ही खुशियाँ है,  तूने ये जहान बनाया है,  ये जमीन आसमान बनाया है,  सारा ब्रमांड रचाया है,  कण कण में मौजूद आप ही,  तेरी कृपा से आनंदवर्षा है  l अनंत सुख तेरे नाम में, अनंत सुख तेरे ध्यान में,  अनंत सुख तेरे ज्ञान में, अनंत सुख तेरे धाम में, तेरी ही याद बसी मन में,  तुझसे ये जीवन बढ़िया है  l सबपे तेरे उपकार हैं,  सब तेरे उपहार है,  जो उलझे दुनियाँ के कामों में,  उन्हें चैन कहाँ है दुनियाँ में,  तुझसे जो प्रीत लगाए है,  उनका जीवन तो बढ़िया है  l

फिर वही थकी थकी सी जिंदगी

फिर वही थकी थकी सी जिंदगी,  फिर वही रुकी रूकी सी जिंदगी,  फिर भी उदास उदास सी जिंदगी,  फिर वही आराम आराम सी जिंदगी  l जैसे जिंदगी अपनी गति भूल गई है,  जैसे ये अपनी मति भूल गई है,  जैसे ये कहीं खो गई है,  जैसे ये गुमसुम सी हो गई है,  फिर वही गुमनाम सी जिंदगी  l कुछ सोचा था जहान में नया करने का,  कुछ सोचा था जहान में पाने का,  आगे बढ़ने की धुन सिर पर सवार थी,  अपनी मस्ती में चलने की मन में खुमार थी,  लेकिन आज दिखती है नाराज सी जिंदगी  l

खुद ही खुद पाना लक्ष्य नही

ये जिंदगी औरों के भी कुछ काम आए,  कुछ काम करे औरों की खातिर,  कुछ बात करे औरों की खातिर,  ये जिंदगी कुछ तो दुनियाँ में,  अपनी पहचान बनाए l माना दुनियाँ में कठिन है जीने की राहें,  माना दुनियाँ में  बेचैन रहती है निगाहें,  माना किस्मत में सब कुछ मिलना नही होता,  माना कई बार प्रयास हमारा पूरा नही होता,  ये जिंदगी कुछ तो अपनी राह बनाए  l कुछ मंजिलें दूर है, पर चाहोगे तो मिल जायेगी,  कुछ अंधरें राहों में है पर, चाहोगे तो दूर हो जायेगें,  कुछ मन सोचेगा, कुछ दिल महसूस करेगा,  इस तरह जीवन खुशियोँ से भरेगा,  चलों अपने हाथों ही अपनी तकदीर बनाएँ  l

कभी जिंदगी को अपना समझकर तो देखो

कभी जिंदगी को अपना समझकर तो देखो,  कभी जिंदगी में खुशियाँ भरकर तो देखो,  जिंदगी का जितना ख्याल तुम रखोगे,  जिंदगी भी तुम्हारा उतना ख्याल रखेगी,  कभी जिंदगी को ठीक रखकर को देखो  l माना कि दुनियाँ में चिंताएँ बहुत है ज्यादा,  माना कि जिंदगी को काम बहुत है ज्यादा,  कभी साथ मिल जाता है, कभी साथ छूट जाता है,  कभी पराया बनता अपना, कभी अपना पराया बन जाता है,  कैसी है कहानी जिंदगी की, समझ में नही आती,  कभी खुशियाँ मिल जाती है, खुशियाँ कभी दूर चली जाती है,  कभी खुद अपने हाथों से जिंदगी बदलकर देखो  l तन मन और रूह से ये जिंदगी बनती है,  सही खानपान और साँसों से ये जिंदगी चलती है,  सही सोच बढ़ाती है इस जिंदगी को आगे,  सही काम बढ़ाते हैं इस जिंदगी को आगे,  कभी जिंदगी की खातिर, कुछ तो करके देखो  l