किससे उमीद करते हो,
कौन तुम्हें यहॉं सुख देगा,
किससे आशा रखते हो,
कौन तुम्हारे दुःख हर लेगा l
ये तो है दुनियाँ का मेला,
यहाँ सबका आना-जाना लगा रहे,
ये जीवन दुःख-सुख का संगम,
यहाँ हँसना-रोना लगा रहे,
किससे तुम आशा करते हो,
यहाँ कौन तुम्हारा अपना बने l
आजकल की जिंदगी कुछ तो सुहानी है,
कभी मिले यहाँ कामयाबी,
कभी निराशा भी हाथ आनी है,
खुश रहना स्वभाव बने तो,
औरों में खुशियाँ बाँटेंगे,
किसी का यहाँ दर्द लेकर,
प्यार जहान में बाँटेंगे,
जीवन तो यहाँ सब जीते h
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