कैसे ये जीवन चलता है

कैसे ये जीवन चलता है, 
कैसे ये जीवन सँवरता है, 
कभी धीरे चले, कभी तेज चले, 
कभी आसान लगे, कभी मुश्किल लगे, 
कभी अपना लगे, कभी पराया लगे,
कभी अजीब सा जीवन लगता है  l

समय साथ देता कभी तो, 
कभी किस्मत भी रूठ जाती है, 
जो चाहे, वह होता नही है, 
कभी मेहनत भी काम नही आती है, 
कभी जीवन से नफरत सी लगे, 
कभी प्यारा सा जीवन लगता है  l

कभी रास्ते मिल जाते हैं, 
कभी मंजिलें मिल जाती है, 
कभी खामोश सा होता जीवन, 
कभी बेचैनी बढ़ जाती है, 
कभी चल पड़ते हैं कदम वहाँ, 
जहाँ राहें प्यार की जाती है l


Thank You. 

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