जब कभी जिंदगी बहाने करने लगे

जब कभी जिंदगी बहाने करने लगे,
जब कभी दुनियाँ बहाने करने लगे,
कुछ हँस लेना, कुछ रो लेना,
जब कभी जिंदगी से दिल भरने लगे,
कुछ गीत खुशी के गुनगुना लेना  l

जब कभी दुनियाँ से मन भरने लगे, 
जब कभी अपने बेरूखी करने लगे, 
जब कभी जीना नही भाये जग मे,
जब कभी चैन नही पाए जग मे,
कुछ शुकून मन में बसा लेना l

जब मजबूरी मे जीना हो, 
जब मगरूरी मे जीना हो, 
जब कभी प्यार नही मिल पाए जग में, 
जब कभी आशा-तृष्णा मन मे रहे, 
कुछ खुशियाँ मन में बसा लेना l

जब कभी चाहत किसी की मन मे हो, 
जब कोई चाहत किसी की दिल मे हो, 
किसी की खातिर जब ये मन सोचे, 
किसी की बातें जब ये मन सोचे, 
इजहार कभी तो कर लेना l

Aman




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