जब मेरा मन ही, मुझको समझाने लगे

जब मेरा मन ही, मुझको समझाने लगे, 
क्या सही, क्या गलत, यह बतलाने लगे, 
कुछ जीने की उम्मीद जगाने लगे, 
कुछ खोकर भी, कुछ पाने लगे, 
तो जिंदगी खूबसूरत नजर आती है  l

जब अपना सा नजर आता है ये जहान, 
जब बदला बदला, नजर आता है ये समाँ, 
जब खुशियोंभरा दिखता है ये जहान, 
जब मंजिल के करीब, दिखता है कारवाँ, 
तो फिर दुनियाँ ये खूबसूरत नजर आती है  l

जब मंजिल चाहे दूर हो, 
फिर भी पास नजर आती है, 
जब खुशियाँ चाहे कम हो, 
फिर भी ज्यादा नजर आती है, 
जब मुश्किलें भी आसान नजर आती है, 
जब जिंदगी और ख्वाब देखती जाती है, 
तो फिर जिंदगी, आशाभरी नजर आती है  l


Thank You. 

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