मन बहुत दिशाओं में भागे

मन बहुत दिशाओं में भागे, 
मन के पीछे, सब भागे, 
ये मन, कभी सोता नही है, 
ये दिन में, रात में जागे  l

कौन मन को समझाता है, 
कौन मन को राह दिखलाता है,
कभी आगे सोचे,
कभी पीछे सोचे, 
कभी ये सोचे, कभी वो सोचे  l

कुछ जीवन बीत गया है तो, 
कुछ जीवन आनेवाला है, 
कोई सपना पूरा हो गया, 
कोई पूरा होनेवाला है, 
जीवन तो सच्चाई में है, 
पर मन कल्पनाओं में भागे  l

बेचैनी भी मन देवे, 
सुकून भी ये मन देवे, 
कुछ सोचकर, आगे बढ़ता है, 
परेशानियाँ भी मन देवे, 
इस मन को तो पंख लगे हैं, 
ये ख़्वाबों में उड़ता जाए  l


Thank You. 

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