जिंदगी का मकसद क्या है,
जीने का मकसद क्या है,
खुद के लिए है जिंदगी,
या औरों के लिए है जिंदगी,
जिंदगी को जैसा सोचा,
वैसी ही दिखी ये जिंदगी,
जिंदगी तो मिली है रब से,
ये खुशियों का तोहफा मिला है l
हरेक की अपनी है दुनियाँ,
सबकी अलग है दुनियाँ,
कोई कुछ सोचे, कोई कैसे सोचे,
सबसे हसीन ये दुनियाँ,
यहाँ रहना जिसको आया,
उसे जीना यहाँ पर आया,
कुछ मुश्किलें बेशक है,
पर हर कोई आगे बढ़ा है l
कुछ पा लिया, कुछ खो दिया,
कोई मिल गया, कोई बिछुड़ गया,
कुछ चाहतें पूरी हुई, कुछ चाहतें अधूरी रही,
कुछ कह दिया, रही कुछ खामोशी,
कुछ कर लिया, कुछ आरामभरी,
ये जिंदगी ऐसे ही चलती रही,
सफर में रही ये जिंदगी,
किसी के काम आए ये जिंदगी तो,
जीने का अपना मजा है l
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