आगे आगे कदम हम बढ़ाएंगे




आगे आगे कदम हम बढ़ाएंगे, 
मुश्किलों से जीतते हम जायेंगे, 
दूर कितनी हो चाहे हमसे मजिल, 
दूर चाहे हो हमसे खुशियोँ के पल, 
कोई सहारा चाहे ना मिले, 
फिर भी मंजिल को हम पायेंगे  l

सोचा है जो वो शुरू किया, 
देखा है जो उसमें ध्यान दिया, 
मिला है जो उसको संभाल लिया, 
खोया है जो उसको भूला दिया, 
इर्रादों में अपने मजबूती है, 
जो चाहेंगे वो पायेंगे  l

ये जमीन, आसमान सब हमारा है, 
ख्वाब देखने का सिलसिला हमको प्यारा है, 
चाहे सपने कुछ अधूरें है, 
सपने नये फिर भी सजायेंगे, 
कोशिश करनी कभी नही छोड़ेंगे, 
किस्मत अपनी हम चंकायेंगे  l

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