जो भी होवे, उसकी मर्जी से,
जो भी मिले, उसकी मर्जी से,
जो भी मिले, उसकी मर्जी से,
साथ में कुछ भी, नही जाता है,
जो भी छूटे, उसकी मर्जी से,
ख्वाब कुछ पूरे होते है,
ख्वाब कुछ अधूरे रह जाते,
मेहनत तो यहाँ सब करते हैं,
जो भी मिलता, उसकी मर्जी से l
चाहे रंक हो, चाहे राजा,
सब रहते, उसकी छत्र छाया में,
चाहे बच्चा, चाहे हो बूढ़ा,
सब जीते, उसकी कृपा से,
वही बनाता, सबका जीवन,
जग चलता, उसकी मर्जी से l
सब रहते, उसकी छत्र छाया में,
चाहे बच्चा, चाहे हो बूढ़ा,
सब जीते, उसकी कृपा से,
वही बनाता, सबका जीवन,
जग चलता, उसकी मर्जी से l
किस बात का, यहाँ अहंकार करें,
कुछ भी तो यहाँ, नही है अपना,
यहीं से लेना, यहीं पे देना,
कुछ भी नही, संग जाना है,
देता वही, अनंत सभी को,
उसके घर, कमी नही कोई,
सबके बिगड़े वही, काज संवारे,
वही मिटाता, सबके दुख सारे,
कुछ भी तो यहाँ, नही है अपना,
यहीं से लेना, यहीं पे देना,
कुछ भी नही, संग जाना है,
देता वही, अनंत सभी को,
उसके घर, कमी नही कोई,
सबके बिगड़े वही, काज संवारे,
वही मिटाता, सबके दुख सारे,
देनेवाला सब, वही तो दाता,
जीवन चलता, उसकी मर्जी से l
Thank you.
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