कुछ कहने का जैसे मन नही है

कुछ कहने का जैसे मन नही है,
कुछ करने का जैसे मन नही है,
लगता है जिंदगी, यूँ ही चल रही है,
अपने आप ही जिंदगी, जैसे चल रही है, 
हाथों से वक्त, जैसे फिसल रहा है,
बातों में बेवजह जिंदगी जैसे, उलझ रही है, 
शांत सा मन लगता है आज तो, 
जीवन में जैसे, कोई उमंग नही है  l

उदास मन क्यूँ दिखता है, आज तो, 
सोच में जैसे कोई नयापन नही है, 
बेवजह जीता हूँ जैसे अपनी इस दुनियाँ में, 
लबों पे जैसे कोई, नई बात नही है, 
मुश्किलें आती है, आकर चली जाती है, 
खुशी के जीवन में, जैसे पल नही है  l

छूट जाए ना कही, ख्वाबों की ये मंजिल,
मिट जाए ना कहीं,  यादों की महफ़िल,
कुछ तो जिंदगी के, ख्वाब पूरे हो जाएँ,
कोई तो बात जिंदगी में, कभी बन जाए,
चल पड़े, आज तो हम मंजिल की तरफ, 
खुश रहने के लिए, जिंदगी में कोई कमी नही है  l

Thank you. 

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