हे बलवान बसो मोरे मन में

 


हे बलवान बसो मोरे मन में,. 
हे गुणवान बसो मोरे मन में, 
मैं तो तुमको अपना मानूँ, 
देखे बिन पर क्या पहचानूँ, 
तेरे बिना कुछ खुशी नही है, 
तेरे बिना कुछ हँसी नही है, 
हे भगवान् हँसो मोरे मन में  l

तेरी तो सारे जग पे दया है, 
तेरी तो सबपे कृपा है, 
तुम तो अंतर्यामी भगवन, 
तुम तो सबके स्वामी भगवन, 
कौन तुम्हारा प्रिय नही है, 
कौन तुम्हारे करीब नही है, 
तेरी तो अब चाह जगी है, 
तुझसे तो अब लग्न लगी है, 
दीनानाथ बसो मोरे मन में  l

याद तुझे करके सुख मिलता, 
नाम तेरा लेकर मन टिकता, 
तेरी लीलाओं का अंत नही है, 
तेरी महिमा का अंत नही है, 
जो कोई तेरी शरण में आता, 
वह तो फिर भवसागर तर जाता, 
तुझसे प्रीत रहे दिन राति, 
तेरी याद रहे दिन राति, 
हे घनश्याम बसो मोरे मन में l



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