दुनियाँ में अब तो जीना सीख लिया,
किस्मत पे अब तो हँसना सीख लिया,
फिक्र छोड़कर सब,चल पड़ा अपनी धुन में,
मंजिलें देखकर, बढ़ गया पाने के लिए,
जिंदगी में अब तो खुश रहा जाए l
किस्मत पे अब तो हँसना सीख लिया,
फिक्र छोड़कर सब,चल पड़ा अपनी धुन में,
मंजिलें देखकर, बढ़ गया पाने के लिए,
जिंदगी में अब तो खुश रहा जाए l
यूँ तो अकेले ही, आगे बढ़ता गया,
चाहे कुछ मिला या ना मिला,
पर अपने काम करता गया,
टूट गई मन की अकड़ने, छूट गई झूठी तड़पने,
क्यूँ ना जिंदगी से अब प्यार किया जाए l
चलो, और जिंदगी में खुशियाँ भरी जाए,
चलो, और जिंदगी के लिए कुछ किया जाए,
भूलकर बातें सब पुरानी,
चलो, जिंदगी में कुछ नया किया जाए l
Thank you.
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