जीवन तो उसके हाथों में है,
वह जैसा चाहे, यह चलता है,
सब कुछ उसके नियंत्रण में है,
वह जैसा चाहे, वह होता है,
सबको उसने आजाद किया है,
दुनियाँ में सब कुछ करने को,
वह जैसा चाहे, यह चलता है,
सब कुछ उसके नियंत्रण में है,
वह जैसा चाहे, वह होता है,
सबको उसने आजाद किया है,
दुनियाँ में सब कुछ करने को,
दुनियाँ में उसने सब खेल रचाया,
ऊपर बैठा, सब देखता रहता है l
सबको उसने सब दिया है,
दुनियाँ में जीवन जीने को,
यूँ तो उसने सब बनाया,
दुनियाँ को खुश रखने को,
यूँ तो उसने ब्रह्मांड बनाया,
दुनियाँ को आनंदित करने को,
धरती, सूरज, सितारे बनाए,
जग को प्रकाशित करने को,
जन्म मृत्यु उसने बनाई,
जब चाहे वापस बुला लेता है l
दुनियाँ में जीवन जीने को,
यूँ तो उसने सब बनाया,
दुनियाँ को खुश रखने को,
यूँ तो उसने ब्रह्मांड बनाया,
दुनियाँ को आनंदित करने को,
धरती, सूरज, सितारे बनाए,
जग को प्रकाशित करने को,
जन्म मृत्यु उसने बनाई,
जब चाहे वापस बुला लेता है l
कुछ अच्छी-बुरी घटनाएं,
दुनियाँ में होती रहती है,
लेकिन जिंदगी अपने पथ पर,
आगे बढ़ती रहती है,
चाहतों से ये,
जिंदगी संवरती रहती है,
मुश्किलों से ये,
जिंदगी निखरती रहती है,
सब जीव उसने बनाए,
वही ख्याल सभी का रखता है l
चल पड़ते हैं कदम तो,
मंजिल भी पा लेते हैं,
अपनी राहें खुद बनाते,
और शुक्र उसका करते हैं,
कर्मों का फल वही तो देता,
वही सबमेंआत्मबल भर देता,
वही सबकी रक्षा करता,
मुश्किलों से वही पार कर देता,
उसको जो समझते हैं अपना,
उनको अपना बना लेता है l
Thanks.
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