जो भी मिला,
उसकी दया से मिला है,
जो भी हुआ,
उसकी मर्जी से हुआ है,
सोच रहा है सबमें वो तो
देख रहा है सबमें वो तो,
वो ही सुख दुख सब सहता है,
वो ही तो सबके अंदर रहता है,
सब उसकी कृपा से होता है,
सब उसकी मर्जी से हो रहा है l
दुनियाँ में जो भी खुशी मिली है,
सब उसकी दया से मिली है,
जो भी दुनियाँ में हो रहा है,
जैसा वो चाहता, वैसा हो जाता है,
सबको सदबुद्धि वही देनेवाला है,
सबके दुख वही हरनेवाला है,
सबके वही तो काज सँवारे,
जग के वही तो काज सँवारे,
वही है करता, वही करवाता,
सृष्टि का संतुलन वही तो करता है l
बोल रहा वह सबके भीतर,
देख रहा सब दुनियाँ के अंदर,
वो चाहे तो, इस दुनियाँ में,
सब ठीक हो जाता है,
वो चाहे तो, इस दुनियाँ में,
पराया भी अपना बन जाता है,
उसकी दया का कोई अंत नही है,
वही जीवन देता, वही वापस लेता है l
Thank You.
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