तेरा मन, मेरा मन जो एक हो जाए

तेरा मन, मेरा मन जो एक हो जाए, 
फिर तो जन्नत का नजारा हो जाए, 
तेरी बात, मेरी बात जब एक हो जाए, 
फिर क्या पाना, बाकी रह पाए l

तुझसे मिलूँ मैं, मुझसे मिले तू, 
तुझमें जीयूं मैं, मुझमें जीये तू, 
तुझमें रहूँ मैं, मुझमें रहे तू, 
फिर कौन किससे अलग हो पाए  l

क्या सोचूँ में, तुझे सोचूँ मैं, 
क्या चाहूँ मैं, तुझे चाहूँ मैं, 
तेरा बनूँ मैं, तुझे अपना बनाऊँ मैं, 
तू जो मिले जो इस दुनियाँ में, 
फिर क्या मिलना बाकी रह जाए l

तेरे बिन तो मैं हूँ अधूरा, 
तू मिल जाए तो, हो जाऊँ पूरा, 
तेरा नजारा, जब कभी होवे, 
फिर तो मेरी मंजिल मिल जाए, 
अमन रहे नित्य शरण में, 
नाम तेरा नित्य तेरा भावे, 
तेरी चाहत के आलम में, 
मुराद मेरी पूरी हो जाए  l


Thank You. 

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