परमात्मा ने हरेक जीवन को उसका भार उठाने की शक्ति दी है, वरना चीन्टी कैसे चल पाती, हाथी कैसे चल पाता, हल्का आदमी कैसे चलता और भारी आदमी कैसे चलता l जिसको भी दुनियाँ में भेजा है, उसके खाने पीने की, रहने सहने की व्यव्यसथा पहले से ही कर दी, अपने प्राणियों के लिए, पहले से ही प्रकृति के रूप में सब कुछ दे दिया, जो भी जिसे चाहिए, वह उसे इस संसार में मिल जाता है l उस परमात्मा की विशेषता है कि वह सबका पालन करता है, सबका ख्याल रखता है, और सबके कष्ट दूर करता है l उसने यह अद्भुत शरीर बनाया जिसमें देखने के लिए, सुंदर आँखें दी, मनमोहक चेहरा दिया, जिसे कोई भी देखे तो उसे अच्छा लगे, सुनने के लिए कान दिये, सोचने समझने के लिए सुंदर मन दिया, मेहनत करने के लिए डॉ हाथ दिए, कहीं भी जाने के लिए, दो मजबूत पैर दिए, और महसूस एवं प्यार करने के लिए दिल दिया, परमात्मा ने जो भी बनाया, प्रचूर मात्रा में बनाया, कहीं कोई कमी नही छोड़ी, विशाल धरती, अनंत आसमान और अनंत ब्रह्माण्ड की रचना की, सूरज चाँद सितारे एवं अनंत ग्रहों की रचना की l उस परमात्मा को कोटि कोटि नमन l
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