हवाओं में तू अपनी खुशबू बिखेर दे,
फिजाओं में तू अपनी रंगत बिखेर दे,
फिजाओं में तू अपनी रंगत बिखेर दे,
तेरे ही नूर में रंग जाए ये जहान,
जिंदगी में तू अपनी खुशियाँ बिखेर दे l
तू अगर चाहे तो, बदल जाए ये जहान,
तू अगर चाहे तो, संभल जाए हर इंसान,
तू अगर चाहे तो, जन्नत बन जाए ये धरती,
तू अगर चाहे तो, शांत हो जाए ये आसमान,
तू अगर चाहे तो, संभल जाए हर इंसान,
तू अगर चाहे तो, जन्नत बन जाए ये धरती,
तू अगर चाहे तो, शांत हो जाए ये आसमान,
दुनियाँ में तू अपनी, खुशियाँ बिखेर दे l
एक दूजे लोग मिले इस तरह,
जैसे किसी से कोई दुश्मनी ना हो,
जैसे किसी से कोई दुश्मनी ना हो,
मंजिल की तरफ बढ़े हर कोई,
जैसे किसी की राहों में मुश्किल कोई ना हो,
याद तुझको करके रहे इस जहान में,
जैसे तू हमारे, सबसे करीब हो l
Thank You.
Comments