आ जाओ हरि आ जाओ,
हे जगत के मालिक आ जाओ,
आ जाओ प्रभू आ जाओ,
हे विश्व के मालिक आ जाओ,
आ जाओ गोविंद आ जाओ,
कभी दर्शन देने आ जाओ l
देख तो लो अपने जनों को,
देख तो लो अपने जीवों को,
वे क्या कहते वे क्या करते हैं,
वे क्या सोचे वे क्या करते हैं,
आ जाओ प्रभु आ जाओ,
कभी हाल पूछने आ जाओ l
दुनियाँवाले तुझे ही पूजे,
तेरे बंदे तुझे ही पूछे,
तेरी कृपा सारे जगत्त पे,
तेरी करुणा सब जीवों पे,
आ जाओ हरि आ जाओ,
कभी अपना समझ के आ जाओ l
देख तेरे जग में क्या हो रहा,
देख तेरा इंसां क्यूँ रो रहा,
हर कोई चिंता लिए फिरे है,
हर कोई यहाँ उलझा फिरे है,
आ जाओ प्रभु आ जाओ,
प्रेम की वर्षा बरसाने आ जाओ l
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