ऐ खुदा, तेरी मेहरबानियाँ,
तूने दिया हमें जन्म,
तूने किए हमपे कर्म,
तूने बनाय है सब जहान,
तूने रची ये धरती,
तूने रचा ये आसमान,
तुने बनाई हवाएँ,
तूने बनाई फिजाएँ,
तूने बनाया जल,
तूने बनाई अग्न,
तूने बनाया सब सबके लिए,
तूने रचा है सब जगत के लिए,
तूने दी है साँसें,
जिंदा रहने के लिए,
तूने दी है आँखे,
सब देखने के लिए,
तूने दो हाथ दिये,
कुछ भी करने के लिए,
तूने दो पाँव दिये,
कही भी जाने के लिए,
तेरी खुशियाँ है अनंत,
तेरी लीला है अनंत,
तू तो सबसे है बड़ा,
तू तो सबमे है बड़ा,
तेरी मर्जी से होता है सब,
तूने रचे ये सागर,
तूने रचे ये पर्वत,
तेरी सुंदर प्रकृति,
तेरी सुंदर आकृति,
तुझे हर कोई चाहे,
तेरा कोई भेद ना पावे,
तेरा नित्य शुकिर्या l
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