खुश रहना हमारा स्वभाव बन जाए,
मगन रहना हमारा स्वभाव बन जाए,
मन पे रोग लगे अनेकों,
क्यूँ ना मन साफ कर जाए l
वही देता है खुशी सबको,
वही दिल में प्रेम भरता है,
वही रखता है ख्याल सभी का,
वही काम सभी के करता है,
उसी के भजन में मन मगन हो जाए l
करे उपकार वो सबपे,
उसी का अनुसरण करले,
करे उपकार वो जग पे,
उसी का दीदार सबमे कर ले,
सदचिदानंद प्रभु के नाम से,
भवसागर पार हो जाए l
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