जब जीवन की पहचान नही

जब जीवन की पहचान नही,
तो क्या फायदा यहाँ जीने का,
जब अच्छे बुरे की पहचान नही,
तो क्या फायदा यहाँ रहने का,
जीवन तो अनंत सृष्टि में,
इसका कोई पारावार नही,
परमात्मा की सुंदर देन है ये,
जीवन के बिना संसार नही,
जब ज्ञान हो, दुनियादारी का,
जब अज्ञान मिटे, होशियारी का,
जब नीयत नही, यहाँ अच्छी हो,
तो क्या फायदा, किसी से मिलने का I 

इंसान, इंसान का दोस्त बने,
नही मन में कपट बुराई हो,
बनता हुआ काम बिगाड़े किसी का ,
नही ऐसी मन में चतुराई हो,
जब जीवन सच्चा-सीधा हो,
फिर क्यों किसी से डरने का I 

मन तो एक दर्पण है जो
अपना चेहरा दिखलाता है,
जैसे रंग में ढला हुआ ये ,
वैसा ही ये बतलाता है,
दिल तो एक मंदिर है,
जिसमें भगवान् का वास सदा,
जब पूजा अपने इष्टदेव की की,
फिर जीवन के कष्ट है कटने का I 


Thank You. 

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