जीवन में पीछे क्यों मुड़कर देखा जाए

जीवन में आगे ही बढ़ा जाए, 
जीवन में पीछे क्यों मुड़कर देखा जाए, 
माना कि जीवन, दुःख और सुख का संगम है, 
माना कि जीवन में, कुछ हँसी, कुछ गम के पल है, 
पर जीवन और बेहतरीन बनाया जाए  l

कल गया, आज भी चला जाएगा, 
कुछ खोया, कुछ और भी मिल जायेगा, 
आज के सुनहरे पल, हमारे पास है, 
आज का जीवन, बहुत ही खास है, 
क्यों नही जीवन में, नया कुछ किया जाए  l

मेरी तो हर साँस उसकी देन है, 
मेरे तो प्राण, उसी की देन है, 
जिसने बनाया है, सारा जहान ये, 
उसकी ही दया से, सब कायनात है, 
वही सभी का ख्याल, जगत में रखता है, 
क्यों नही, उसका नाम अब लिया जाए  l


Thank You. 

Comments

Popular posts from this blog

Why I am here