ये शब्दों का ही तो कमाल है,
जो जीवन इतना बेमिशाल है,
शब्द कुछ मीठे, कुछ कडुवे,
कुछ गंभीर, कुछ हँसी-मजाक के,
शब्दों की बोली-
भाषा को जो समझ गए,
फिर कमाल ही कमाल है l
शब्द बोले भी जाते हैं,
चुप रहकर भी सुने जाते हैं,
शब्द तो ज्ञान का भंडार है,
शब्द देते हैं ताकत तो
शब्द कर भी देते हैं घायल,
शब्द जो सोच- समझकर बोलें,
फिर तो जीवन खुशहाल है l
एक शब्द, इस सृष्टि में,
हरदम गूँजा करता है,
अंदर-बाहर जिसका जयकारा,
हरदम लगता रहता है,
शब्द की गूँज तो
सब लोकों में छाई रहती है,
मुख से निकले शब्द तो
संसार में फैले हैं,
शब्द की महिमा को,
समझ जाए जो मानव,
बृहम वही, रब वही, अक्षर वही,
एक शब्द का करे जो सुमिरन,
फिर तो बेड़ा पार है l
Thank You.
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