जिसने भी प्यार की राह पकड़ी,
उसने ही जीना सीख लिया,
जिसने भी यार की बाँह पकड़ी,
उसने ही हँसना सीख लिया l
क्यूँ जीये अकेले दुनियाँ में,
जब सब है तुम्हारे साथ यहाँ,
जब तक जीना है, उल्फत में,
फिर क्या कुछ पाना मुश्किल है,
जब आँखों में कुछ सपने हो,
तो आगे बढ़ना सीख लिया l
जो चाहे वह मिल भी जाए,
कुछ देर भली पर मिल जाए,
अपनापन जिनके सीने में,
उन्हें प्यार जहान का मिल जाए,
कुछ तो अच्छा भी होता है,
चाहे मन ने जो भी ठान लिया l
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