खुशी तो मन में होती है,
ढूँढने कहाँ जाएँ,
प्यार तो दिल में होता है,
ढूँढने कहाँ जाएँ,
ख़ुशी तो अपनों में होती है,
ढूँढने कहाँ जाएँ l
ना जाने क्यूँ लोग,
अपनों से ख़फ़ा हो जाते हैं,
ना जाने लोग क्यूँ दोस्तों से
ख़फ़ा हो जाते हैं,
खुशी तो दोस्तों मे मिलती है,
खुशी ढूँढने कहाँ जाएँ l
जिन्हें अपना समझते है,
क्या वे अपने बन जाते हैं,
जिन्हें अपना कहते हैं,
क्या वे अपने बन पाते है,
कौन संग रहता है जहान में,
यहाँ कौन साथ निभा पाए l
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