किस्मत क्या है पता ना चलता

किस्मत क्या है पता ना चलता, 
जीवन क्या है पता ना चलता, 
खुद को भी जो समझ ना पाया, 
खुदा को जो जान ना पाया, 
दुनियाँ क्या है पता ना चलता  । 

जो होता वह होकर रहता, 
जो मिलता वह मिलकर रहता, 
चिंता जग में काहे करें हम, 
दिल को काहे भारी करें हम, 
जो जाना वह जाकर रहता  । 

चाहत ईश्वर की जो रखी, 
चेहरे पर मुस्कुराहट रखी, 
मन में थोड़ा सुकून लिए है, 
दिल में अपने प्यार भरे है, 
वह ईश्वर की कृपा पाकर रहता  । 

Aman

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