कुछ शब्दों की मर्यादा हो,
कुछ कर्मों की मर्यादा हो,
कुछ जीने का हो अंदाज अलग,
कुछ तो जीवन सादा हो ।
जो एक बार मिले हमसे,
वह दोबारा भी मिलना चाहे,
ऐसा हो व्यवहार हमारा,
कि जिंदगी खुशियाँ पाती जाए,
हो मीठी बोली, मीठी भाषा और
सच बोलने का इरादा हो ।
नही दुखाए दिल किसी का,
ना ही किसी के लिए परेशानियाँ पैदा करें,
कर्म करे कुछ जहान में ऐसे,
कि जिंदगी रोशन हो जाए,
अपनी बात कहे और
औरों की सुनने की भी आशा हो ।
Aman
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