अब जिंदगी से दोस्ती हो गई है,
ना गिला ना शिकवा ना परेशानी,
कुछ जख्म मिले कुछ प्यार मिला,
अब जिंदगी से रोशनी हो गई है ।
कुछ कदम चले कुछ रुक भी गए,
कुछ सोचकर आगे बढ़ते ही गए,
कुछ मंजिलों की तरफ चले,
कुछ मंजिल करीब आ गई,
अब खुशियों से दोस्ती हो गई है ।
चल दिये राह में जब भी मन किया,
दिये जल दिये राह में जब भी मैं चला,
कुछ चाहते पूरी हुई कुछ अरमान जगे,
ख्वाब कुछ पूरे हुए कुछ अधूरे रहे,
मगर दिल में ना कोई शिकायत बची,
अब अपनों से दोस्ती हो गई है ।
Aman
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