मत सोचो तुम कमजोर हो,
सोचो तुम ताकतवर हो,
तुम जो चाहते हो करना,
वह तो तुम कर सकते हो,
तुम जो चाहते हो पाना,
वह तो तुम पा सकते हो,
मत सोचो तुम नही कर सकते,
सोचो तुम कर सकते हो ।
मंजिल तुम्हारी है सामने,
फिर क्यूँ यहाँ घबराते हो,
सागर के तुम पास खड़े,
फिर क्या पाने से घबराते हो,
मत सोचो तुम पापी हो,
सोचो तुम नेकदिल हो ।
ये दुनियाँ तुम्हारी खातिर है,
धरती-सूरज-चाँद तुम्हारी खातिर है,
रब ने बनाया सब तुम्हारे लिए,
यहाँ सब कुछ तुम्हारी खातिर है,
मत सोचो तुम अज्ञानी हो,
सोचो तुम्हें सब पता है ।
सब अच्छा तुम कर सकते,
फिर बढ़िया तुम कर सकते,
तुम चाहो जो कर सकते,
तुम चाहो जो पा सकते,
मत सोचो तुम अभिमानी हो,
सोचो तुम रब के प्यारे हो ।
Aman
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