उदासियाँ इंसान के क्यूं, चेहरे से उतर नही पाती है

उदासियाँ इंसान के क्यूं,
चेहरे से उतर नही पाती है, 
मुस्कुराहट चाहकर भी क्यूँ , 
होठों पर नही आ पाती है, 
कभी खुशी, 
कभी गम की है ये जिंदगी, 
बेचैनी बेवजह क्यूँ,
मन में पैदा हो जाती है, 
जिंदगी कभी, 
आसान सी ये लगती है,
जिंदगी कभी,
मुश्किल भरी ये दिखती है,
जिंदगी कभी,
अहसान सी ये लगती है, 
जिंदगी कभी, 
पराई सी कभी ये लगती है, 
कभी कभी ये, 
आँखें नम हो जाती है  l

चिंताओं के कारण ही तो, 
इंसान मुश्किल में पड़ता है,
आज कल की फिक्र के कारण,
चैन सुकून खो देता है, 
दुनियाँ भर की बातें, 
याद जब जब आती है,
सोचने की बात है, 
इससे क्या कुछ मिलता है, 
फिक्र मिटे इंसान की, 
क्यूँ कोशिस ना ऐसी होती है  l

जब तक ये साँसें मिली है, 
तब तक है ये जिंदगी, 
एक दूजे का साथ 
देने के लिए है जिंदगी, 
हर कोई इस दुनियाँ में, 
अपनी ही जंग लड़ रहा, 
हर कोई पाने खोने की, 
उलझनों मे फैंस रहा,
जिंदगी ये खुशहाल बने, 
क्यूँ कोशिस ना ऐसी होती है  l


Thank you. 

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