जब अपने तेरे साथ हैं,
फिर किस बात से परेशान है,
जब समय पर सब कुछ मिलता है,
फिर मन ये क्यूँ ललचाता है,
जब रब ने सब कुछ दिया तुझे,
क्या पाना फिर बाकी रह गया,
जिंदगी ये अच्छी गुजर रही,
फिर क्यूँ मन उदास है,
मुस्कुराने के दिन है ये,
खुशियाँ पाने के दिन है ये,
फिर किस बात से परेशान है,
जब समय पर सब कुछ मिलता है,
फिर मन ये क्यूँ ललचाता है,
जब रब ने सब कुछ दिया तुझे,
क्या पाना फिर बाकी रह गया,
जिंदगी ये अच्छी गुजर रही,
फिर क्यूँ मन उदास है,
मुस्कुराने के दिन है ये,
खुशियाँ पाने के दिन है ये,
जब अपनों का हाथों में हाथ है,
फिर पूरे होते सब काज है l
Thank you.
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