तेरी दया का कोई अंत नही है,
तेरी कृपा का कोई अंत नही है,
तूने बनाया है ये सारा जगत,
तूने संभाला है ये सारा जगत,
तुम हो सबके मालिक प्रभु,
तुम हो जगत के दाता प्रभु,
तुम हो सबके विधाता प्रभु,
तुम हो, तुम हो, तुम हो l
तुम हो जगत के दाता प्रभु,
तुम हो सबके विधाता प्रभु,
तुम हो, तुम हो, तुम हो l
सबपे तुम हो मेहरबान,
तुम हो सबके कद्रदान,
तेरे सिवाय,
जगत में कुछ भी नही,
तुम हो तो दुनियाँ है नई नई,
तुम हो सभी में तुम हो l
तुम हो तो दुनियाँ है नई नई,
तुम हो सभी में तुम हो l
देख रहे, तुम सब जान रहे,
तुम तो, सभी को पहचान रहे,
तुमसे कोई नही अनजान है,
तेरे ही हाथों में सबकी,
जीवन डोर है,
तुमसे ही,
तुमसे ही,
दुनियाँ में होता है सब,
तुमसे ही,
तुमसे ही,
दुनियाँ में मिलता है सब,
सबके जीवन में,
तुम्ही तो वरदान हो l
Thank you.
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