जीवन में मुश्किलें भी आती हैं,
फिर आकर, दूर हो जाती है,
एक जैसा नही ये जीवन,
कुछ खट्टा, कुछ मीठा जीवन,
जीवन की चिंताएँ,
आकर, कहीँ चली जाती है l
फिर आकर, दूर हो जाती है,
एक जैसा नही ये जीवन,
कुछ खट्टा, कुछ मीठा जीवन,
जीवन की चिंताएँ,
आकर, कहीँ चली जाती है l
अजीब तरह से चलता जीवन,
कभी अपना, कभी पराया जीवन,
कभी अपना, कभी पराया जीवन,
कभी रास्ते यहाँ पथरीले हैं,
आसान कभी लगता सफर है,
मंजिल चाहे दूर हो कितनी,
जो चाहे तो, मिल जाए मंजिल l
माना जो भी चाहते हैं,
सब यहाँ मिलता नही है,
माना जो भी देखते हैं,
सब अपना होता नही है,
छोड़ दे जो मन के लालच,
फिर तो बढ़िया चलता जीवन l
सब यहाँ मिलता नही है,
माना जो भी देखते हैं,
सब अपना होता नही है,
छोड़ दे जो मन के लालच,
फिर तो बढ़िया चलता जीवन l
Thank you.
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