अपने पथ पर चले चलो,
जीवन पथ पर चले चलो,
कभी अकेला, कभी साथ में
मंजिल की तरफ बढे चलो l
जीवन पथ पर चले चलो,
कभी अकेला, कभी साथ में
मंजिल की तरफ बढे चलो l
कभी शोर में, कभी खामोशी में,
कभी अंधरे में, कभी रोशनी में,
कभी अंधरे में, कभी रोशनी में,
कभी मंजिल लगेगी पास है,
कभी मंजिल लगेगी दूर है,
कर्तव्य पथ पर बढ़े चलो l
कर्तव्य पथ पर बढ़े चलो l
जो चाहे, जीवन में मिल जाए,
यहाँ फूल, प्यार के खिल जाए,
यहाँ फूल, प्यार के खिल जाए,
कुछ नई नई सी जिंदगी है,
कुछ नई नई सी बातें हैं,
नई उम्मीद के संग चले चलो l
Thank you.
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