Sunday, May 5, 2024

अपने पथ पर चले चलो

अपने पथ पर चले चलो, 
जीवन पथ पर चले चलो, 
कभी अकेला, कभी साथ में 
मंजिल की तरफ बढे चलो  l

कभी शोर में, कभी खामोशी में, 
कभी अंधरे में, कभी रोशनी में,
कभी मंजिल लगेगी पास है, 
कभी मंजिल लगेगी दूर है, 
कर्तव्य पथ पर बढ़े चलो  l

जो चाहे, जीवन में मिल जाए, 
यहाँ फूल, प्यार के खिल जाए, 
कुछ नई नई सी जिंदगी है, 
कुछ नई नई सी बातें हैं, 
नई उम्मीद के संग चले चलो  l


Thank you. 

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