Friday, December 2, 2022

जिंदगी चल रही है अपनेआप ही

जिंदगी चल रही है अपनेआप ही, 
जिंदगी के साथ चलते जाना है, 
मुश्किलें राहों में आ जाती है अपने आप ही, 
मुश्किलों में भी आगे बढ़ते जाना है  । 

कभी गम  आए, कभी गम जाए, 
कभी ज्यादा आए, कभी कम आए, 
कभी मंजिल करीब हो जाती है, 
कभी मंजिल दूर हो जाती है, 
मुश्किलों में भी, धीरज नही खो जाना है  । 

एक दिन तो सफर खत्म हो जाएगा, 
एक दिन तो फिकर खत्म हो जाएगा, 
कभी राहों में फूल भी मिल जाएँगे, 
कभी राहों में काँटे भी मिल जाएँगे, 
जग में खुद को मजबूत बनाना है  । 

जिस दुनियाँ की परवाह करते हो, 
ये दुनियाँ किसी की कहाँ बनी, 
जिस दुनियाँ से उम्मीदें रखते हो, 
आशाएं पूरी कहाँ हुई, 
चलते रहना है इस दुनियाँ में, 
यहाँ कुछ खोना, कुछ पाना है  । 

Aman

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