जिंदगी छोटी ही सही, मगर है बड़े काम की,
जिंदगी थोड़ी ही सही, मगर है बड़े काम की,
प्रभुजी से प्रेम लगाकर, जन्म सफल हो जाता है,
परमात्मा की याद में, सुख चैन जन पाता है,
चाहत एक परमेश्वर की, बड़े काम की है ।
जगत में आकर के प्यारे, ईश्वर का भजन प्यारा हो,
मनुष्य तन पाकर के प्यारे, प्रभु का नाम प्यारा हो,
भक्ति पाने की खातिर, मुकित पाने की खातिर,
मिला ये जन्म प्यारे, बंदगी करने की खातिर,
लग्न एक गोविंद की , बड़े काम की है ।
विधाता सबके दुख हरते, सभी पे कृपा करते हैं,
परमात्मा देते जीवन शक्ति, सुख और आनंद देते है,
जगत में आकर के अगर, ना पहचाना उसका नूर,
खुद में खुदा है बसता, क्यूँ नही चाहा उसे भरपूर,
अगर अज्ञान में हरदम जीया अमन तो,
जिंदगी नही किसी काम की ।
Aman
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